Motivational Story Of Patience | Motivational Story In Hindi

Motivational Story Of Patience :- एक गांव में एक आदमी रहता था वह आदमी पूरे गांव में अपने शांत स्वभाव और साधारण जिंदगी के लिए जाना जाता था |उस आदमी का एक बेटा भी था और वह दोनों बाप बेटे अपने एक घोड़े के साथ अपनी जिंदगी गुजारते थे | घोड़ा जो था व उनकी सबसे अनमोल संपत्तियों में से एक था | उससे उन्हें खेतीबाड़ी और सफर के कामों के लिए मदद मिलती थी तो एक बार क्या हुआ |

उस आदमी का बेटा अपने घोड़े को जंगल में चराने के लिए लेकर गया था लेकिन तभी घोड़े पर से उसका ध्यान हटने की वजह से वह घोड़ा जंगल में कहीं गुम हो जाता है अब लड़के ने घोड़े को उस जंगल में बहुत ढूंढा लेकिन घोड़ा उसे कहीं भी नहीं मिलता है अब शाम को जब थक हारकर वह अपने पिता के पास जाता है और उन्हें सारी बात बताता है |

तो उसके पिता उसे एक छोटी सी मुस्कान के साथ कहते हैं कि जाने दो जो होता है अच्छे के लिए ही होता है अब सारे गांव वाले भी वहां पर मौजूद थे | जब वो उस आदमी के मुंह से यह सुनते हैं तो वो उसे कहते हैं कि तुम ये क्या बोल रहे हो तुम्हारे पास घोड़े के अलावा कुछ नहीं था और अब वही तुम्हारी अनमोल चीज गुम हो गई है और फिर भी तुम यह कह रहे हो कि जो हुआ अच्छा हुआ |

यह कहकर गांव वाले वहां से चले जाते हैं अब कुछ दिनों के बाद उस आदमी के घर के बाहर कुछ घोड़ों की आवाज सुनाई देती है | उस आदमी का बेटा जब घर के बाहर आकर देखता है तो पांच घोड़े उसके घर के बाहर खड़े हुए थे जिसमें से एक घोड़ा उनका ही था |

यह देखकर वह लड़का खुश हो जाता है और अपने पिता को बताता है जब सारे गांव वाले यह देखते हैं तो उस आदमी से कहते हैं कि तुम तो बड़े किस्मत वाले हो पहले तुम्हारे पास सि एक ही घोड़ा था और अब तुम्हारे पास पांच घोड़े हो चुके हैं तो आदमी इस बार भी मुस्कुराते हुए एक ही बात कहता है कि जो होता है अच्छे के लिए ही होता है अब कुछ दिन गुजरने के बाद उन नए घोड़ों को जब उस आदमी का बेटा ट्रेन कर रहा था तो वह बुरी तरह से घोड़े से नीचे गिर जाता है |

जिसकी वजह से उसका पैर टूट जाता है जब गांव वाले यह देखते हैं तो उस आदमी से कहते हैं कि तुम्हारे साथ तो बहुत बुरा हुआ अब तुम्हारा बेटा कभी भी चल नहीं पाएगा लेकिन अभी भी वह आदमी मुस्कुराते हुए यही कहता है कि जाने दो जो होता है अच्छा ही होता है अब कुछ दिन गुजरने के बाद उस गांव का जो राजा था | उस पर बाहर के एक राजा ने हमला कर दिया था और राजा के पास सिपाही कम होने की वजह से गांव के जो नौजवान लड़के थे |

राजा ने उन्हें युद्ध में साथ ले जाने का आदेश दिया था लेकिन उस आदमी के बेटे के पैर में चोट होने की वजह से उसे युद्ध में नहीं ले जाया गया अब यह देखकर गांव वालों ने उस आदमी से कहा कि तुम तो कितने खुशनसीब हो हम सबके बच्चे युद्ध पर चले गए और अब ना जाने वह जिंदा लौटकर वापस आएंगे भी या नहीं लेकिन तुम्हारे बेटे को युद्ध के लिए नहीं ले जाया गया वाकई में तुम्हारे बेटे को जो चोट लगी थी |

वह अच्छे के लिए ही हुआ था यह सुनने के बाद अभी वो आदमी मुस्कुराता है और एक ही बात कहता है कि जाने दो जो होता है अच्छा ही होता है दोस्तों कहानी बहुत पुरानी है लेकिन नए जनरेशन को हमें यह कहानी जरूर सुनानी चाहिए कि जिंदगी में जो होता है चाहे अच्छा हो या बुरा वह अच्छे के लिए ही होता है चाहे भले ही आज हमें वह बुरा लगे लेकिन कुछ समय के बाद हम खुद यह कहते हैं कि वो जो चीज मेरी जिंदगी में हुई थी वो अच्छे के लिए ही हुई थी हम क्या करते हैं |

जरा जरा सी बात को लेकर बैठ जाते हैं जैसे अब सब कुछ खत्म हो चुका है लेकिन हमें बस उस बुरे वक्त में थोड़ा सा सब्र करने की जरूरत होती है क्योंकि दर्द जब ताजा होता है तभी उसका एहसास होता है लेकिन जैसे जैसे वक्त गुजरता है |हम उस चीज के बारे में भूलकर आगे बढ़ जाते हैं और हमें भी यह लगने लगता है कि अगर वह बुरा समय मेरी जिंदगी में ना आता तो आज आज मैं यहां नहीं होता |

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